सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।।
Tuesday, September 6, 2011
वन्दे मातरम जन्मदिवस 7th September
वन्दे मातरम:माँ तुझे सलाम वन्दे मातरम हर सच्चे हिन्दुस्तानी का फ़र्ज। यदि हम भारतवर्ष को प्यार करते है, अपना देश मानते है तो सात सितम्बर के दिन वन्दे मातरम जरुरगाएं। सभी साथी चिट्ठाकारों से भी अपील है कि 7 September को अपने अपने ब्लॉग पर वन्दे मातरम के बारे में लिखे। सात सितम्बर को हमारे राष्टीय गीत वन्देमातरम का जन्मदिवस है। 1882 में इसी दिन श्री बंकिम चन्द्र चटर्जी नेइस गीत की रचना की थी। स्वतन्त्रता संग्राम के समय यह गीत क्रान्तिकारियों और देशवासियों मे जोश भरने का जरिया था। आज फिर देशवासियों मे जोश भरने का समय आ गया है। सभी देशभक्त मुसलमानों भाइयों से भी अपील है फर्जी इमामों के ऊल जुलूल फतवों को दर किनार कर वन्दे मातरम गाएं, आखिर वतन हम सभी का है। मादरे वतन से प्यार के इज़हार के लिए किसी फतवे की क्या जरुरत? जय हिन्द। सब लोग मिल कर गाये:- वन्दे मातरम् सुजलां सुफलां मलयजशीतलाम् शस्य श्यामलां मातरम् । शुभ्र ज्योत्स्न पुलकित यामिनीम फुल्ल कुसुमित द्रुमदलशोभिनीम्, सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम् । सुखदां वरदां मातरम् ॥ वन्दे मातरम्… सप्त कोटि कन्ठ कलकल निनाद कराले निसप्त कोटि भुजैब्रुत खरकरवाले के बोलेमा तुमी अबले बहुबल धारिणीं नमामि तारिणीम् रिपुदलवारिणीं मातरम् ॥ वन्दे मातरम्… तुमि विद्या तुमि धर्मं, तुमि ह्रदि तुमि मर्मंत्वं हि प्राणाः शरीरे बाहुते तुमि मा शक्ति, ह्रदये तुमि मा भक्ति, तोमारे प्रतिमा गडि मंदिरे मंदिरे ॥ वन्दे मातरम्… त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी कमला कमलदल विहारिणी वाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वाम् नमामि कमलां अमलां अतुलाम् सुजलां सुफलां मातरम् ॥ वन्दे मातरम्… श्यामलां सरलां सुस्मितां भुषिताम् धरणीं भरणीं मातरम् ॥ वन्दे मातरम् भारत माता की जय वन्दे मातरम भारतीय युवा क्रान्तिकारी संगठन इन्कलाब जिन्दाबाद
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