जब भी किसी बड़े केस की सुनवाई हो रही होती है तोह हमारे देश में केवल दो ही बातें सामने आती है,"फैश्ले को अभी सुरक्षित रखा गयाहै" और दूसरा"सुनवाई फन्ना तारिक तक के लिए टाल दी गई है"!
क्या कभी ऐसा गिसा पिटा फैश्लाकरने वाले जज की सेलरी (वेतन) सुरक्षित रखा गया???
क्या माह के आखिर में आने वाली उसकी सेलरी को टाला गया है? नहींना!!!! तोह इनको सुनवाई टालने का हक़ किसने दिया??
जिस देश में पहले से ३० लाख केस पेंडिंग और ५ लाख केस री-ओपन की बातचल रहे हो उस देश में एक फैश्ला लेने में इतनी देरी क्यों लगती है!
मुझे कोई हमदर्दीनहीं राजीव गांधीके हत्या के आरोपी को क्या सज़ा मिलती है और क्या नहीं, लेकिन एक फैश्ला करने में हमारे कोर्ट को १८-१९ साल लग गए?
बच्चा भी ९ महीने में पैदा हो जाता है, लेकिन हमारी न्यायपालिक ा तोह बच्चे के बच्चे को बुढा कर देती है!
-akhilesh sharma
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