भारत और इंग्लैंडमें सूर्य के प्रकाश के पुहंचने
का कोण, तीव्रता और समय अलग-अलग है।
भारत में साढ़े दस महीने सूर्य
की रोशनी मिलती है, इंग्लैंड में साढ़े दस
महीने सूर्य छिपारहता है। इससे
काफी अंतर आ जाएगा। यहां आक्सीकरण
की प्रक्रिया तेजहोगी, इंग्लैंड में नहीं।
यहां बहता पानी पीने लायक होता है,
वहां नहीं होगा। भारत की गाय का दूध
पीलापन लिए हुए होगा। भारत में गेंहू तीन
महीने में पकेगा, इंग्लैंड में सातमहीने लगेंगे।
इसलिए वहां का जीवन कृषि पर आधारित
नहीं होगा। इन्हीं कारणों सेभारत में
दुनिया की केवल दो प्रतिशत भूमि है
लेकिन जैव विविधता दुनिया का तेरह
प्रतिशत भारत मेंहोता है।
(इतिहास का सच और भविष्य की चुनौतीहै
अखंड भारत - गोविन्दाचा र्य)
इस शीर्षक से लिया गया हैं.
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