राजीव भाई ने पहेले ही थोरियम घोटाले की तरफ इशारा किया था, विषय था
"राम सेतु" - कांग्रेस और अमेरिकेन अगेंट मनमोहन 'कोयला' सिंह आखिर राम
सेतु को तोडना क्यों चाहते है...आज लोग 48 लाख करोड़ के thorium घोटाले का
जिक्र कर रहे है जिसके बारे में रा
जीव् भाई ने पहेले ही कह दिया था.
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श्री राजीव भाई कहते है जब.1998-99 भारत ने परमाणु बोम्ब ब्लास्ट किया था
तो अमेरिका ने भारत को यूरेनियम(परमाणु
बंब बनाने का तत्व ) देना बंद कर दिया था, अमेरिका ने भारत की कंपनियों के
ऊपर पाबंधिया लगाई ! क्यूंकि अम्रीका नहीं चाहता कोई दूसरा देश उसकी तरह
परमाणु बंब बनाये !!
फिर अचानक कुछ सालो बाद अमेरिका के दिल में इतनी दया कैसे ई के भारत को यूरेनियम देना है ? ????
असल बात कुछ और है और वो बात बहुत गहरी है | भारत के वैज्ञानिक पिछले कई वर्षो से ये खोजने में लगे हुए है के यूरेनियम के अतिरिक्त और कोन सा हमारे पास रेडियो एक्टिव इंधन है जिससे हम बोम्ब बना सके या बिजली भी बना सके | Atomic Energy Commission के 3000 वैज्ञानिक पिछले 3० सालो से इसी काम में लगे हुए है |
उनको पता चला के भारत के तमिलनाडु , केरल का जो समुद्री एरिया है उहाँ पर बहुत बड़ी मात्रा में ऐसा रेडियो एक्टिव इंधन है जिससे अगले 150 साल तक बिजली बनायीं जा सकती है और दुसरे देशो से भीख मांगने की भी जरुरत नही होगी | डॉ कालाम का कहना था के 2 लाख Mega-watt बिजली हर घंटे अगले १५० साल तक बना सकते है |
अब अमेरिका की नज़र हमारे उस इंधन पे है और वो चाहता है भारत उस इंधन को अमेरिका को दे और बदले में अमेरिका थोडा यूरेनियम हमको दे | इस खेल को पूरा करने के लिए अमेरिका श्री राम सेतु को तोड़ना चाहते है उनके एजेंट मनमोहन सिंह के जरिये क्योंकि वैज्ञानिको ने पता लगाया है के श्री राम सेतु के निचे ही सबसे जादा रेडियो एक्टिव इंधन है |
मनमोहन सिंह अमेरिकन एजेंट है
जिसने करुणानिधि और T.R.Balu के साथ मिलकर ये प्लान बनाया है
भगवान श्री राम की सबसे बड़ी निशानी श्री राम सेतु को तोड़ा जाए और कचरा अमेरिका को बेचा जाये ....
ये कचरा नही है भारतीय साइंटिस्ट का कहना है | की इस सेतु ( धनुस कोटि ) के टली मे 7 तरह के रेडियो एक्टिव एलीमेंट है | जो सिर्फ़ भारत में ही मिले है
जिससे निकाल कर 150 साल तक बिजली और परमाणु बम्ब बनाये जा सकते हैं । और ये बात भारत के सबसे बड़े वैज्ञानिक डॉ ऐ . पी . जे अबदुल कलाम जी ने कही थी ।
मित्रो अमेरिका की नजर इस रेडियो एक्टिव मैटिरियल पर लगी ।ये लोग इसे अमेरिका को बेचना चाहते हैं ,
ये इसे तोड़ने मे एक बार असफल हो चुके हैं ये दुबारा नया प्लान बना रहे है..उसे युनेस्को जैसी बाहरी संस्था के हवाले न किया जाए...
प्लीज़ भारत बचाने के लिए आगे आए...
आग की तरह video को हर ग्रुप और मित्रो की wall शेयर करे ।
जय जय श्री राम ।
जिन लोगो ऊपर लिखे पर विशवास न हो वो सिर्फ़ एक बार ये video देखें ।
विडियो लिंक :-
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must watch
जीव् भाई ने पहेले ही कह दिया था.
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श्री राजीव भाई कहते है जब.1998-99 भारत ने परमाणु बोम्ब ब्लास्ट किया था
तो अमेरिका ने भारत को यूरेनियम(परमाणु
फिर अचानक कुछ सालो बाद अमेरिका के दिल में इतनी दया कैसे ई के भारत को यूरेनियम देना है ? ????
असल बात कुछ और है और वो बात बहुत गहरी है | भारत के वैज्ञानिक पिछले कई वर्षो से ये खोजने में लगे हुए है के यूरेनियम के अतिरिक्त और कोन सा हमारे पास रेडियो एक्टिव इंधन है जिससे हम बोम्ब बना सके या बिजली भी बना सके | Atomic Energy Commission के 3000 वैज्ञानिक पिछले 3० सालो से इसी काम में लगे हुए है |
उनको पता चला के भारत के तमिलनाडु , केरल का जो समुद्री एरिया है उहाँ पर बहुत बड़ी मात्रा में ऐसा रेडियो एक्टिव इंधन है जिससे अगले 150 साल तक बिजली बनायीं जा सकती है और दुसरे देशो से भीख मांगने की भी जरुरत नही होगी | डॉ कालाम का कहना था के 2 लाख Mega-watt बिजली हर घंटे अगले १५० साल तक बना सकते है |
अब अमेरिका की नज़र हमारे उस इंधन पे है और वो चाहता है भारत उस इंधन को अमेरिका को दे और बदले में अमेरिका थोडा यूरेनियम हमको दे | इस खेल को पूरा करने के लिए अमेरिका श्री राम सेतु को तोड़ना चाहते है उनके एजेंट मनमोहन सिंह के जरिये क्योंकि वैज्ञानिको ने पता लगाया है के श्री राम सेतु के निचे ही सबसे जादा रेडियो एक्टिव इंधन है |
मनमोहन सिंह अमेरिकन एजेंट है
जिसने करुणानिधि और T.R.Balu के साथ मिलकर ये प्लान बनाया है
भगवान श्री राम की सबसे बड़ी निशानी श्री राम सेतु को तोड़ा जाए और कचरा अमेरिका को बेचा जाये ....
ये कचरा नही है भारतीय साइंटिस्ट का कहना है | की इस सेतु ( धनुस कोटि ) के टली मे 7 तरह के रेडियो एक्टिव एलीमेंट है | जो सिर्फ़ भारत में ही मिले है
जिससे निकाल कर 150 साल तक बिजली और परमाणु बम्ब बनाये जा सकते हैं । और ये बात भारत के सबसे बड़े वैज्ञानिक डॉ ऐ . पी . जे अबदुल कलाम जी ने कही थी ।
मित्रो अमेरिका की नजर इस रेडियो एक्टिव मैटिरियल पर लगी ।ये लोग इसे अमेरिका को बेचना चाहते हैं ,
ये इसे तोड़ने मे एक बार असफल हो चुके हैं ये दुबारा नया प्लान बना रहे है..उसे युनेस्को जैसी बाहरी संस्था के हवाले न किया जाए...
प्लीज़ भारत बचाने के लिए आगे आए...
आग की तरह video को हर ग्रुप और मित्रो की wall शेयर करे ।
जय जय श्री राम ।
जिन लोगो ऊपर लिखे पर विशवास न हो वो सिर्फ़ एक बार ये video देखें ।
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