सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।।
Sunday, November 24, 2019
दहेज की बारात - काका हाथरसी (बृज भाषा में)
Thursday, September 19, 2019
होमवर्क📚 - जब अध्यापक का सामना गरीबी के सच से होता है
Sunday, July 7, 2019
क्रांतिकारी की चप्पल
Tuesday, July 2, 2019
होनी ने बनने नहीं दिया धोनी (व्यंग्य रचना)
Monday, July 1, 2019
घुमक्कड़
Thursday, June 27, 2019
भारत का संविधान (pdf format)
Sunday, June 16, 2019
उपयोगी कहावतें
*A. चैते गुड़, वैसाखे तेल। जेठ के पंथ¹, अषाढ़े बेल। । *
*B. सावन साग, भादौ दही²। कुवांर करेला, कार्तिक मही³। । *
*C. अगहन जीरा, पूसै धना। माघे मिश्री, फागुन चना। । *
*D. जो कोई इतने परिहरै, ता घर बैद पैर नहीं धरै। । *
*किस माह में क्या न खाएँ???*
*~~~~~~~~~~~~~~~*
*आवश्यक निर्देश*
*~~~~~~~~~~*
*1. चैत्र माह में नया गुड़ न खाएं। *
*2. बैसाख माह में नया तेल न लगाएं। *
*3. जेठ माह में दोपहर में नहीं चलना चाहिए। *
*4. आषाढ़ माह में पका बेल न खाएं। *
*5. सावन माह में साग न खाएं। *
*6. भादों माह में दही न खाएं। *
*7. क्वार माह में करेला न खाएं। *
*8. कार्तिक माह में जमीन पर न सोएं। *
*9. अगहन माह में जीरा न खाएं। *
*10. पूस माह में धनिया न खाएं। *
*11. माघ माह में मिश्री न खाएं। *
*12. फागुन माह में चना न खाएं। *
*👉अन्य निर्देश👇*
*~~~~~~~~~~*
*👉1. स्नान के पहले और भोजन के बाद पेशाब जरूर करें। *
*👉2. भोजन के बाद कुछ देर बायी करवट लेटना चाहिये। *
*👉3. रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठाना चाहिये। *
*👉4. प्रातः पानी पीकर ही शौच के लिए जाना चाहिये। *
*👉5. सूर्योदय के पूर्व गाय का धारोष्ण दूध पीना चाहिये व्यायाम के बाद दूध अवश्य पियें। *
*👉6. मल, मूत्र, छीक का वेग नहीं रोकना चाहिये। *
*7. ऋतु (मौसमी) फल खाना चाहिये..*
*8. रसदार फलों के अलावा अन्य फल भोजन के बाद खाना चाहिये..*
*9. रात्रि में फल नहीं खाना चाहिये। *
*10. भोजन करते समय जल कम से कम पियें। *
*11. भोजन के पश्चात् कम से कम 45 मिनट के बाद जल पीना चाहिए। *
*12. नेत्रों में सुरमा / काजल अवस्य लगायें। स्नान रोजाना अवश्य करना चाहिये। *
*13. सूर्य की ओर मुह करके पेशाब न करें। *
*14. बरगद, पीपल, देव मन्दिर, नदी व शमशान् में पेशाब न करें। *
*15. गंदे कपड़े न पहने, इससे हानि होती है। *
*16. भोजन के समय क्रोध न करें बल्कि प्रसन्न रहें। *
*17. आवश्यकता से अधिक बोलना भी नहीं चाहिये व बोलते समय भोजन करना रोक दें। *
*18. ईश्वर आराधना अवश्य करनी चाहिये। *
*🙏वर्जित वस्तुएं कब से कब तक🙏*
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*1.👉 चैत्र माह में नया गुड़ न खाएं (15 March-15 April)*
*2.👉 बैसाख माह में नया तेल न लगाएं (16 April-15 May)*
*3.👉 जेठ माह में दोपहर में नहीं चलना चाहिए (16 May-15 June)*
*4.👉 अषाढ़ माह में पका बेल न खाएं (16 June-15 July)*
*5.👉 सावन माह में साग न खाएं (16 July-15 August)*
*6.👉 भादों माह में दही न खाएं (16 August-15 Sep)*
*7.👉 क्वार माह में करेला न खाएं (16 Sept-15 Oct)*
*8.👉 कार्तिक माह में जमीन पर न सोएं (16 Oct-15 Nov)*
*9.👉 अगहन माह में जीरा न खाएं (16 Nov-15 Dec)*
*10.👉 पूस माह में धनिया न खाएं (16 Dec- 15 Jan)*
*11.👉 माघ माह में मिश्री न खाएं (16 Jan-15feb)*
*12.👉 फागुन माह में चना न खाएं (16 Feb- 14 March )*
*✍1. पंथ=रास्ता:* जेठ माह में दिन में रास्ता नहीं चलना चाहिए।
*✍2. दही=मट्ठा या दही व दही से बने पदार्थ:* ऐसी कहावत है कि भादो मास में दही या मट्ठा अगर घास या दूब की जड़ में डाल दें तो उसको भी फूक देता है। अर्थात् भादो मास में दही व दही से बने पदार्थ काफी हानिकारक हैं।
*✍3. मही=भूमि* पर कार्तिक मास में न सोए।
Saturday, June 1, 2019
Wednesday, May 29, 2019
इस तरह बचें आग से
यह मैसेज जनसाधारण के लिए है और बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसे कृपया अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य और खासकर बच्चों को अवश्य पढ़ाएं और समझाएं:-
कई वर्ष पहले जे0 पी0 होटल वसंत विहार नई दिल्ली में आग की दुर्घटना हुई, जिसमें बहुत सारे भारतीय मारे गए लेकिन जापानी और अमेरिकन नहीं। जानते हैं क्यों? मैं आपको बताता हूँ:-
1. सभी अमेरिकन और जापानी लोगों ने अपने कमरों के दरवाज़ों के नीचे खाली जगहों में गीले तौलिये लगा दिए और खाली जगहों को सील कर दिया, जिससे धुआं उनके कमरों तक नहीं पहुंच सका। या बहुत कम मात्रा में पहुंचा।
2. इन सभी विदेशी मेहमानों ने अपनी नाक पर गीले रुमाल बांध लिए, जिससे उनके फेफड़ों में धुआं प्रवेश न कर सके।
3. सभी विदेशी मेहमान अपने अपने कमरों के फर्श पर औंधे लेट गए। (क्योंकि धुआं हमेशा ऊपर की ओर उठता है)
इस प्रकार जब तक अग्निशमन विभाग के कर्मचारी आये, तब तक वे अपने आपको जीवित रख पाने में सफल रहे।
जबकि होटल के भारतीय मेहमानों को इन सुरक्षा उपायों के बारे में पता ही नहीं था इसलिए वे इधर से उधर भागने लगे और उनके फेफड़ों में धुआं भर गया और कुछ समय में ही उनकी मौत हो गई।
अभी 24.05.2019 को सूरत (गुजरात) के एक कोचिंग सेंटर में आग की दुर्घटना हुई जिसमें कई बच्चों की जान इस अज्ञानता और भगदड़ के कारण हो गई। यदि उन्हें इन सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी होती तो शायद इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की जान न जाती।
याद रखें, आग लगने की स्थिति में ज़्यादातर मौतें शरीर में धुआं जाने से होती हैं, जबकि आग के कारण कम होती हैं।
क्योंकि आग की स्थिति में हम लोग धैर्य से काम नहीं लेते हैं और इधर से उधर भागने लगते हैं। भागने से हमारी सांसें तेज़ हो जाती हैं जिसके कारण बहुत सारा धुआं हमारे फेफड़ों में प्रवेश कर जाता है और हम बेहोश हो जाते हैं और ज़मीन पर गिर जाते हैं तथा फिर आग की लपटों से घिर जाते हैं।
इसलिए आग लगने की स्थिति में ये सुरक्षा उपाय अपनाएं:-
1. भगदड़ न मचाएं और अपने होश कायम रखें ताकि आप दूसरों की मदद कर सकें।
2. अपने नाक पर गीला रुमाल या गीला लेकिन घना कपड़ा बांधें। तथा फर्श पर लेट जाएं।
3. यदि आप किसी कमरे में बंद हों तो उसके खिड़की दरवाज़े बंद कर दें तथा उनके नीचे या ऊपर या कहीं से भी धुआं आने की संभावना हो तो उस जगह को भी गीले कपड़े से सील कर दें।
4 अपने आसपास के लोगों से भी ऐसा ही करने को कहें।
5. अग्निशमन की सहायता की प्रतीक्षा करें। याद रखें, अग्निशमन वाले प्रत्येक कमरे की जांच करते हैं और वे फंसे हुए व्यक्तियों को ढूंढ लेंगे।
6. यदि आपका मोबाइल काम कर रहा हो तो आप लगातार 100, 101 या 102 पर मदद के लिए कॉल करते रहें। उन्हें आप अपने स्थान की जानकारी भी दें। वे आप तक सबसे पहले पहुंचेंगे।
दुर्घटना में कोई भी फंस सकता है। इसलिए सुरक्षा उपायों की जानकारी सबको अवश्य होनी चाहिए।
Tuesday, May 28, 2019
सूरत हादसा
21 बच्चे हमेशा के लिए सो गए फिर भी हम नहीं जागेंगे, हैं ना...
डूबते हुए इंसान को बचाने में बचानेवाला भी डूब जाता है...क्योंकि उसे तैरना आता है बचाना नहीं...स्विमिंग टीचर सिखातेहै कि कोई डूब रहाहो तो उसे खुद पर लदने ना दो...उसके बाल पकड़ों और घसीटकर बाहर लाने की कोशिश करो....यही तो छोटी-छोटी लाइफ स्किल हैं)
पर हम भेड़चाल वाले हैं अफसोस जताकर अगले हादसे का इंतज़ार करते हैं कि इसे भूल सकें.....अब तो अफसोस भी होता है हमें या बस रस्मन......संदेह है।
भारत स्काउट & गाइड पलवल
Thursday, March 21, 2019
धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल या धूलिवंदन
होली के दिन प्रज्वलित की गई होली में प्रत्यक्ष अग्निदेवता उपस्थित रहते हैं । उनका तत्त्व दूसरे दिन भी कार्यरत रहता है । इस तत्त्व का लाभ प्राप्त करने हेतु तथा अग्निदेवता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने हेतु होली के दूसरे दिन अर्थात फाल्गुन कृष्ण प्रतिपदा को सुबह होली के राख की पूजा करते है । उसके उपरांत उस राख को शरीर पर लगाकर स्नान करते हैं । संस्कृत भाषा मे ऱाख को "धूलि" भी कहते हैं। अतः इस पर्व को धूलि वंदन कहते हैं।
अब राख की जगह गुलाल ने ले ली है।
होली ब्रह्मांडका एक तेजोत्सव है। होली के दिन ब्रह्मांड में विविध तेजोमय तरंगों का भ्रमण बढता है। इसके कारण अनेक रंग आवश्यकताके अनुसार साकार होते हैं ।
Sunday, March 10, 2019
फिल्मों के 13 ऐसे डायलॉग जो आपको कहीं हिम्मत नहीं हारने देंगे और सफलता पाने का जज्बा हमेशा जगाए रखेंगे.....
1. Sultan
कोई तुम्हे तब तक नहीं हरा सकता जब तक तुम खुद से ना हार जाओ...
2. 3 Idiots
कामयाबी के पीछे मत भागो, काबिल बनो , कामयाबी तुम्हारे पीछे झक मार कर आएगी....
3. Dhoom 3
जो काम दुनिया को नामुमकिन लगे, वही मौका होता है करतब दिखाने का....
4. Badmaash Company
बड़े से बड़ा बिजनेस पैसे से नहीं, एक बड़े आइडिया से बड़ा होता है.....
5. Yeh Jawaani Hai Deewani
मैं उठना चाहता हूं, दौड़ना चाहता हूं, गिरना भी चाहता हूं....बस रुकना नहीं चाहता .
6. Sarkar
नजदीकी फायदा देखने से पहले दूर का नुकसान सोचना चाहिए.....
7. Namastey London
जब तक हार नहीं होती ना....तब तक आदमी जीता हुआ रहता है...
8. Chak De! India
वार करना है तो सामने वाले के गोल पर नहीं, सामने वाले के दिमाग पर करो..
गोल खुद ब खुद हो जाएगा.
9. Mary Kom
कभी किसी को इतना भी मत डराओ कि डर ही खत्म हो जाए....
10. Jannat
जो हारता है, वही तो जीतने का मतलब जानता है....
11. Happy New Year
दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं विनर और लूजर...
लेकिन जिंदगी हर लूजर को एक मौका जरूर देती है जिसमें वह विनर बन सकता है....
12. Om shanti Om
अगर किसी चिज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती हैं......
13. Once upon time in Mumbai
रास्ते की परवाह करुंगा तो मंजिल बुरा मान जायेगी।
Monday, March 4, 2019
ज़िन्दगी
कभी तानों में कटेगी,
कभी तारीफों में;
ये जिंदगी है यारों,
पल पल घटेगी !!
-पाने को कुछ नहीं,
ले जाने को कुछ नहीं;
फिर भी क्यों चिंता करते हो,
इससे सिर्फ खूबसूरती घटेगी,
ये जिंदगी है यारों पल-पल घटेगी !
-बार बार रफू करता रहता हूँ,
...जिन्दगी की जेब !!
कम्बखत फिर भी,
निकल जाते हैं...,
खुशियों के कुछ लम्हें !!
-ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही...
ख़्वाहिशों का है !!
ना तो किसी को गम चाहिए,
ना ही किसी को कम चाहिए !!
-खटखटाते रहिए दरवाजा...,
एक दूसरे के मन का;
मुलाकातें ना सही,
आहटें आती रहनी चाहिए !!
-उड़ जाएंगे एक दिन ...,
तस्वीर से रंगों की तरह !
हम वक्त की टहनी पर...,
बेठे हैं परिंदों की तरह !!
-बोली बता देती है,इंसान कैसा है!
बहस बता देती है, ज्ञान कैसा है!
घमण्ड बता देता है, कितना पैसा है !
संस्कार बता देते है, परिवार कैसा है !!
-ना राज़* है... "ज़िन्दगी",
ना नाराज़ है... "ज़िन्दगी";
बस जो है, वो आज है, ज़िन्दगी!
-मिलने को तो हर शख्स,
हमसे बड़े एहतराम से मिला,
पर जो भी मिला...,
किसी ना किसी काम से मिला !!
-जीवन की किताबों पर,
बेशक नया कवर चढ़ाइये;
पर...बिखरे पन्नों को,
पहले प्यार से चिपकाइये !!!
...