Wednesday, August 15, 2012

ये आजादी है?????

ऐसा क्या हुआ था 14 अगस्त की रात को जो अगले दिन 15 अगस्त को हमे आजादी मिल गई ????

क्यूँ गांधी जी ने कहा इस काँग्रेस को खत्म कर दो वरना ये देश को अंग्रेज़ो से ज्यादा लूटेगी !

क्या है किताबों मे पढ़ाये जाने वाले आपके चाचा नेहरू की कहानी ?????

गांधी के जीवन की सबसे बड़ी गलती क्या थी ???

क्या भारत independent nation है ?????

आज भी englaind की महारानी बिना वीजा के अपने मर्जी मे भारत मे कैसे आ जाती है ????

भारत का सविधान कहता है 21 तोपों की सलामी के राष्ट्रपति को दी जाती है ! लेकिन englaind की महारानी जब भारत आती है उसे भी दी जाती है ऐसा क्यूँ ?????

नेहरू इस देश का प्रधानमंत्री कैसे बन गया कोई और क्यूँ नहीं बना ????

ऐसे बहुत से सवाल जिसका जवाब श्याद आपके पास नहीं होगा !! जानने के लिए सिर्फ एक बार यह विडियो देखो और शेयर करे !! आपका दिमाग चकरा जाएगा !

http://www.youtube.com/watch?v=tx509AAwTU0

चंद्रशेखर आज़ाद की मौत से जुडी फ़ाइल

चंद्रशेखर आज़ाद की मौत से जुडी फ़ाइल आज भी लखनऊ के सीआइडी ऑफिस १- गोखले मार्ग मे रखी है .. उस फ़ाइल को नेहरु ने सार्वजनिक करने से मना कर दिया .. इतना ही नही नेहरु ने यूपी के प्रथम मुख्यमंत्री गोविन्द बल्लभ पन्त को उस फ़ाइल को नष्ट करने का आदेश दिया था .. लेकिन चूँकि पन्त जी खुद एक महान क्रांतिकारी रहे थे इसलिए उन्होंने नेहरु को झूठी सुचना दी की उस फ़ाइल को नष्ट कर दिया गया है ..

उस फ़ाइल मे इलाहब...ाद के तत्कालीन पुलिस सुपरिटेंडेंट मिस्टर नॉट वावर के बयान दर्ज है जिसने अगुवाई मे ही पुलिस ने अल्फ्रेड पार्क मे बैठे आजाद को घेर लिया था और एक भीषण गोलीबारी के बाद आज़ाद शहीद हुए |
...
नॉट वावर ने अपने बयान मे कहा है कि " मै खाना खा रहा था तभी नेहरु का एक संदेशवाहक आया उसने कहा कि नेहरु जी ने एक संदेश दिया है कि आपका शिकार अल्फ्रेड पार्क मे है और तीन बजे तक रहेगा .. मै कुछ समझा नही फिर मैं तुरंत आनंद भवन भागा और नेहरु ने बताया कि अभी आज़ाद अपने साथियो के साथ आया था वो रूस भागने के लिए बारह सौ रूपये मांग रहा था मैंने उसे अल्फ्रेड पार्क मे बैठने को कहा है "

फिर मै बिना देरी किये पुलिस बल लेकर अल्फ्रेड पार्क को चारो ओर घेर लिया और आजाद को आत्मसमर्पण करने को कहा लेकिन उसने अपना माउजर निकालकर हमारे एक इंस्पेक्टर को मार दिया फिर मैंने भी गोली चलाने का हुकम दिया .. पांच गोली से आजाद ने हमारे पांच लोगो को मारा फिर छठी गोली अपने कनपटी पर मार दी |"

27 फरवरी 1931, सुबह आजाद नेहरु से आनंद भवन में उनसे भगत सिंह की फांसी की सजा को उम्र केद में बदलवाने के लिए मिलने गये, क्यों की वायसराय लार्ड इरविन से नेहरु के अच्छे ''सम्बन्ध'' थे, पर नेहरु ने आजाद की बात नही मानी,दोनों में आपस में तीखी बहस हुयी, और नेहरु ने तुरंत आजाद को आनंद भवन से निकल जाने को कहा । आनंद भवन से निकल कर आजाद सीधे अपनी साइकिल से अल्फ्रेड पार्क गये । इसी पार्क में नाट बाबर के साथ मुठभेड़ में वो शहीद हुए थे ।अब आप अंदाजा लगा लीजिये की उनकी मुखबरी किसने की ? आजाद के लाहोर में होने की जानकारी सिर्फ नेहरु को थी । अंग्रेजो को उनके बारे में जानकारी किसने दी ? जिसे अंग्रेज शासन इतने सालो तक पकड़ नही सका,तलाश नही सका था, उसे अंग्रेजो ने 40 मिनट में तलाश कर, अल्फ्रेड पार्क में घेर लिया । वो भी पूरी पुलिस फ़ोर्स और तेयारी के साथ ?

आज़ाद पहले कानपूर गणेश शंकर विद्यार्थी जी के पास गए फिर वहाँ तय हुआ की स्टालिन की मदद ली जाये क्योकि स्टालिन ने खुद ही आजाद को रूस बुलाया था . सभी साथियो को रूस जाने के लिए बारह सौ रूपये की जरूरत थी .जो उनके पास नही था इसलिए आजाद ने प्रस्ताव रखा कि क्यों न नेहरु से पैसे माँगा जाये .लेकिन इस प्रस्ताव का सभी ने विरोध किया और कहा कि नेहरु तो अंग्रेजो का दलाल है लेकिन आजाद ने कहा कुछ भी हो आखिर उसके सीने मे भी तो एक भारतीय दिल है वो मना नही करेगा |

फिर आज़ाद अकेले ही कानपूर से इलाहबाद रवाना हो गए और आनंद भवन गए उनको सामने देखकर नेहरु चौक उठा | आजाद ने उसे बताया कि हम सब स्टालिन के पास रूस जाना चाहते है क्योकि उन्होंने हमे बुलाया है और मदद करने का प्रस्ताव भेजा है .पहले तो नेहरु काफी गुस्सा हुआ फिर तुरंत ही मान गया और कहा कि तुम अल्फ्रेड पार्क बैठो मेरा आदमी तीन बजे तुम्हे वहाँ ही पैसे दे देगा |

Wednesday, August 8, 2012

कोलगेट का सच :


पूरी पोस्ट नहीं पढ़ सकते तो यहाँ click करे !!
http://youtu.be/oga46f4op8U

हमलोग ब्रश करते हैं तो पेस्ट का इस्तेमाल करते हैं, कोलगेट, पेप्सोडेंट, क्लोज-अप, सिबाका, फोरहंस आदि का, क्योंकि वो साँस की बदबू दूर करता है, दांतों की सडन को दूर करता है, ऐसा कहा जाता है प्रचारों में | आप सोचिये कि जब कोलगेट नहीं था, तब सब के दांत सड़ जाते थे क्या ? और सब के सांस से बदबू आती थी क्या ? अभी कुछ सालों से टेलीव
िजन ने कहना शुरू कर दिया कि भाई कोलगेट रगडो तो हमने कोलगेट चालू कर दिया | अब जो नीम का दातुन करते हैं तो उनको तथाकथित पढ़े-लिखे लोग बेवकूफ मानते हैं और खुद कोलगेट इस्तेमाल करते हैं तो अपने को बुद्धिमान मानते हैं, जब कि है उल्टा | जो नीम का दातुन करते हैं वो सबसे बुद्धिमान हैं और जो कोलगेट का प्रयोग करते हैं वो सबसे बड़े मुर्ख हैं |

Monday, August 6, 2012

मैरीकाम तुम अपने बोक्सिंग गलब्स गीतिका और फिजा को आज भेंट कर दो !

दीदी डॉ. सरोज गुप्ता द्वारा लिखी गयी एक और बेहद खूबसूरत कविता....

मैरीकाम तुम अपने
बोक्सिंग गलब्स
गीतिका और फिजा को
आज भेंट कर दो !

क्या कहा -
वो अब नप गईं !
सत्ता के गलियारों में खप्प गयी !
अभी तो लाखो गीतिकाएं
उड़ान भरने को तैयार है !
अभी तो फिजा में रंगीनी भरनी है !
मैरी तुमने वो काम किया
आशीष देती यह धरनी है!
गीत जो आज रूठे थे ,
फिजा में भी रह गए ठूंठे थे !
तुमने सबको अच्छे से कूटे थे
गीतिका को सीखा दो
कैसे मारे मुक्के थे ,
कांडा फिर कोई गीत गा न पाए !
चाँद दाग अपना छुपा न पाए !

मैरीकाम तुम अपने
बोक्सिंग गलब्स
गीतिका और फिजा को
आज भेंट कर दो !

Sunday, August 5, 2012

मांसाहार बहुत ही बड़ा अधर्म है।

 भारत के लगभग 30% लोग अब मांसाहार करने लगे है। मांसाहार के कुछ नुकसान आपके सामने है:

१. मांसाहार करने के लिए निर्दोष जीवो की हत्या करनी पड़ती है।
२. एक बहुत बड़ी खोज के अनुसार शाकाहारी लोग मांसाहारियों से ज्यादा जीवित रहते हैं।
३. उसी खोज के अनुसार मांसाहार करने वाले लोग अधिक बीमार पड़ते हैं।
४. मांसाहार पोषण में शाकाहार से आगे नहीं है, दुनिया के सबसे बड़े खिलाडी अपनी सेहत बनाए रखने के लिए शाकाहार का रास्ता अपना रहे हैं।
४. मांसाहार के कारण पर्यावरण पर बुरा असर पड़ता है।
५. मांसाहार के लिए बहुत सारी जमीन और पैसा खर्च होता है। मांसाहार दुनिया मैं भुखमरी का सबसे बड़ा कारण है।
६. मांसाहार खाने से व्यक्ति क्रूर हो जाता है। मारे जाने वाले जानवर के तड़पते हुए मांस को खाएँगे तो ऐसा ही होगा।

जाकिर नाइक जैसे कुछ लोग मांसाहार को सही साबित करने के लिए कहते है की पौधों में भी जीवन होता है। इस कुतर्क को देने से पहले जाकिर नाइक ये नहीं सोचते की पौधों में उनका दिमाग नहीं होता परन्तु किसी जीव को आप जब मारते है तो उसे, दुःख, दर्द, पीड़ा होती है और उसको मारकर खाना बहुत ही बड़ा पाप है। जाकिर नाइक जैसे कुछ लोग हमारे पैने वाले दातों का हवाला भी देते है और कहते है की भगवान् ने इंसान को पैने दांत मांस खाने के लिए ही दिए है लेकिन अगर ईश्वर की दी हुई हर चीज का प्रयोग करना जरूरी है तो नाखून क्यों काटे जाते है ??

एक सबसे बड़ा कुतर्क ये है की अगर जानवरों को नहीं मरेंगे तो उनकी संख्या बहुत बढ़ जाएगी......अरे भाई कुछ जानवर ऐसे हैं जिनको कोई नहीं खाता लेकिन फिर भी वो विलुप्ति की कगार पर है.....खाने वाले जानवरों को सिर्फ खाने के लिए फॉर्मों में पाला जाता है और कृत्रिम रूप से बड़ा किया जाता है। अगर मांसाहार बंद हो जाएगा तो ये मांस उद्योग भी बंद हो जाएगा।

भारत के सभी सबसे महान लोग जैसे श्री अब्दुल कलाम जी भी शाकाहारी ही हैं। इसीलिए मैं सबसे विनती करूंगा की मांसाहार को छोड़ दें। अगर आप एक दिन में नहीं छोड़ सकते हो मांसाहार को धीरे धीरे कम करते जाएं और शाकाहारी बन जाएं।

हम तो उस महान भारतीय सभ्यता से हैं जहां 'चींटी को मारना' भी पाप है।
॥ जैसा खाओगे अन्न, वैसा होगा मन ॥