Tuesday, May 8, 2012

ये है इंडिया

कृपया एक बार पूरा जरुर पड़े

"एक रोटी "

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डाइनिंग टेबल पर खाना देखकर
बच्चा भड़का

फिर वही सब्जी,रोटी और दाल में
तड़का....?

मैंने कहा था न कि मैं
पिज्जा खाऊंगा

रोटी को बिलकुल हाथ
नहीं लगाउंगा

बच्चे ने थाली उठाई और बाहर
गिराई.......?
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बाहर थे कुत्ता और आदमी
दोनों रोटी की तरफ लपके .......?

कुत्ता आदमी पर भोंका

आदमी ने रोटी में खुद को झोंका

और हाथों से दबाया
कुत्ता कुछ भी नहीं समझ पाया

आप इंडियन कहलाना पसंद करेंगे या भारतीय ?

हमारे देश का वास्तविक नाम भारत है न की इण्डिया. भारत और इण्डिया में काफी अंतर है l इण्डिया शब्द हमें अंग्रेज़ देकर गए हैं. अंग्रेजो को भारत बोलने में दिक्कत आती थी इसलिए उन्होंने इण्डिया नाम रख दिया.
इण्डिया आया है इंडियन से ..इण्डियन शब्द को अंग्रजो ने इडियट शब्द से बनाया है , अर्थार्त जो इडियट ( जाहिल गंवार ) होता है वो इण्डियन है ल
अंग्रेज़ भारत के लोगों को जाहिल गंवार यानि इडियट मानते थे इसीलिए इडियट शब्द में थोडा परिवर्तन करके उन्होंने यहाँ के लोगों को इण्डियन कहना शुरू किया. अंग्रेज़ इंडियन उस व्यक्ति को कहते है जो उनके हिसाब से जाहिल माना जाता है, -अंग्रेज़ इण्डियन उस व्यक्ति को कहते जो पाषाण कालीन जीवन जीता है l

इसीलिए आप देखें विश्व में जहाँ -जहाँ अंग्रजो का राज था वहां पर इण्डियन यानि इडियट मिल जायेंगे . जैसे रेड इण्डियन , ब्लैक इण्डियन , वेस्ट इंडीज इत्यादि.

हमारे यहाँ बिना भावार्थ के नाम रखने की असांस्कृतिक परंपरा नहीं है - -
हमारे भारत के नाम का अर्थ है भारत : भा = प्रकाश रत = लीन ( हमेशा प्रकाश, ज्ञान मे लीन ), इतने महान अर्थ से परिपूर्ण है हमारे देश का नाम.

अब फैसला आपका है आप भारत कहना पसंद करेंगे या इण्डिया?

Saturday, April 28, 2012

शाकाहारी हो जाएं सावधान : जरुर पढ़ें



दैनिक उपयोग की वस्तुओं में पशु चर्बी और अन्य पशु अवयवों की मिलावट का
गोरखधंधा::
..बेईमान लोगों ने आज अपनी सारी सीमाएं लांघ दी हैं सामाजिक जीवन में हिंसा और
मांसाहार का बोलबाला है. जो शाकाहारी हैं उनको जाने-अनजाने मांसाहार करने को
मजबूर किया जा रहा है. दैनिक उपयोग की वस्तुओं में पशु चर्बी और अन्य पशु
अवयवों की मिलावट का गोरखधंधा बिना रोकटोक के जारी है और आम आदमी असहाय सा
खड़ा दूसरों को ताक रहा है और सोच रहा है कि कोई तो आएगा जो इस षड्यंत्र को
रोकेगा.
जीवन की भागदौड़ में लोग इतने उलझे हैं कि उन्हें इस सब के बारे में सोचने की
फुर्सत ही नहीं है. यदि आप ऐसे लोगों को बताएँ कि अमुक वस्तु में किसी जानवर
की चर्बी,खून या अन्य कोई पशु अंग मिलाया गया है या जानवर या किसी निरीह पक्षी
को मारकर या कठोर पीड़ा देकर फलां सौंदर्य प्रसाधन (कोस्मैटिक ) बनाया गया है
तो उनके जवाब मन को बड़ी पीड़ा पहुँचाने वाले होते हैं :
*‘हम क्या कर सकते हैं?* ‘
‘मेक-अप के लिए अहिंसक सामग्री मिलती कहाँ है?’
‘हमारे पास ये सब देखने का समय नहीं कि किस डिब्बाबंद सामान में
क्या(ingredients of items )मिलाया गया है?’
‘क्या हम खाना-पीना छोड़ दें?’
भारत में खाद्य-सामग्री पर हरा वृत्त ‘ग्रीन सर्कल’ (शाकाहार के लिए )/ कत्थई
वृत्त ‘ब्राउन सर्कल’ (मांसाहार के लिए ) निशान लगाने का क़ानूनी नियम है ताकि
ग्राहक को पता चल सके कि अमुक आइटम शाकाहारी है या मांसाहारी.
पर इस क़ानूनी नियम का भी दुरूपयोग किया जा रहा है, बड़ी-बड़ी और नामी
कम्पनियाँ भी इसमें शामिल हैं, लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई कदम उठाया गया
हो, ऐसा सुनने-पढ़ने में नहीं आया, जबकि अक्सर समाचार-पत्रों, टी.वी में
पढ़ने-सुनने में आता रहता है कि चोकलेट -बिस्किट-चिप्स-वेफर्स आदि में पशु
चर्बी-अंग आदि मिलाये जाते हैं और हम शाकाहारी हरा निशान देखकर ऐसे डिब्बाबंद
खाद्यपदार्थ उपयोग में ले लेते हैं जबकि ई-नम्बर्स (ये संख्याएँ यूरोप में
डिब्बाबंद खाद्य-सामग्री (पैक्ड फ़ूड आइटम्स)के अवयव (घटक पदार्थ) दर्शाने के
लिए इस्तेमाल की जाती हैं) की छानबीन की जाए तो पता चलता है कि फलां आइटम तो
मांसाहारी है.
यह तो एक तरह का षड्यंत्र है, धोखा है, उपभोक्ता की धार्मिक भावनाओं का मखौल
उड़ाने जैसा है. जो कम्पनियाँ और व्यक्ति ऐसा कर रहे हैं उनके विरुद्ध सरकार
को कठोर कदम उठाने चाहिए और शाकाहार-अहिंसा में विश्वास रखने वाली भारत की आम
जनता को ऐसी कंपनियों का पूर्ण बहिष्कार कर देना चाहिए |
हम अनुरोध करते हैं कि आप जब भी कुछ खरीदे , उसके घटक (ingredients) अवश्य
जांच लें, संदेह हो तो कंपनी को उसके कस्टमर-केयर पे संपर्क करें, इंटरनेट पर
खोजबीन कर लें. जब आप संतुष्ट हो जाएं कि अमुक पदार्थ पूर्ण रूप से शाकाहारी
है तथा इसमें किसी पशु-पक्षी को मारा नहीं गया है तब ही ऐसे उत्पादों को
खरीदें.कई चीजों में ऐसे सब मिलाया जा रहा है ऒर हमें पता नही है कि हम क्या
खा रहे हैं जैसे मैगी ऒर lays chips में भी E-631 पाया ग्या है
यदि कोई कम्पनी हरे निशान का गलत इस्तेमाल करती है तो उसके खिलाफ शिकायत दर्ज
करें, अब चुप बैठने का समय नहीं है. हम चुप रहे तो कम्पनियां इसी तरह हमारी
धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करती रहेंगी.
निम्नलिखित ई-नम्बर्स सूअर की चर्बी (Pig Fat )को दर्शाते हैं: आप चाहे तो
google पर देख सकते है इन सब नम्बर्स को:-

E100, E110, E120, E 140, E141, E153, E210, E213, E214, E216, E234,
E252,E270, E280, E325, E326, E327, E334, E335, E336, E337, E422, E430,
E431, E432, E433, E434, E435, E436, E440, E470, E471, E472, E473, E474,
E475,E476, E477, E478, E481, E482, E483, E491, E492, E493, E494, E495,
E542,E570, E572, E631, E635, E904.
सूअर/पशुओं की चर्बी/ हड्डियों का चूर्ण (पाउडर) अन्य कई दैनिक उपयोग की
सामग्री के साथ-२ इन उत्पादों में भी इस्तेमाल किया जाता है:-
टूथ पेस्ट ,

शेविंग क्रीम,

चुइंगम ,

चोकलेट,

मिठाइयाँ ,

बिस्किट्स ,

कोर्न फ्लेक्स,

केक्स,

पेस्ट्री,

कैन/टीन के डिब्बों में आने वाले खादपदार्थ

फ्रूट टिन,

साबुन.

मैगी,

कुरकुरे इनका बहिस्कार करें |
धन्यवाद !!!!

भारत के बारे में 10 आश्चर्यजनक तथ्य:

भारत के बारे में 10 आश्चर्यजनक तथ्य:

1. पेंटियम चिप का आविष्कार 'विनोद धाम' ने किया था। (आज दुनिया के 90% कम्प्युटर इसी से चलते हैं)
2. सबीर भाटिया ने हॉटमेल बनाई। (हॉटमेल दुनिया का न.1 ईमेल प्रोग्राम है)
3. अमेरिका में 38% डॉक्टर भारतीय हैं।
4. अमेरिका में 12% वैज्ञानिक भारतीय हैं।
5. नासा में 36% वैज्ञानिक भारतीय हैं।
6. माइक्रोसॉफ़्ट के 34% कर्मचारी भारतीय हैं।
7. आईबीएम के 28% कर्मचारी भारतीय हैं।
8. इंटेल के 17% वैज्ञानिक भारतीय हैं।
9. ज़िरॉक्स के 13% कर्मचारी भारतीय हैं।
10. प्रसिद्ध खेल 'शतरंज' की खोज भारत में हुई थी।

Sunday, April 15, 2012

भारत के अन्तिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान


जन्म:- भारत के अन्तिम प्रतापी हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान तृतीय, का जन्म गुजरात के अन्हिलवाड़ा नामक स्थान पर दिनांक 7 जून, 1166 ज्येष्ठ कृष्ण 12 वि. स. 1223 को हुआ था। उनके पिता का सोमेश्वर चौहान और माता का नाम कमला देवी कर्पूरी देवी तंवर था, जो कि अजमेर के सम्राट थे। कमला देवी की बड़ी बहिन सुर सुन्दरी, कनौज के राजा विजयपाल जयचन्द राठौड़ की पत्नी थी। पृथ्वीराज के जन्म के समय ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की थी कि पृथ्वीराज बड़े-बड़े राजाओं का घमण्ड चूर करेगा और कई राजाओं को जीतकर दिल्ली पति चक्रवर्ती सम्राट बनेगा।


बाल्यकाल:-  जब पृथ्वीराज 11 वर्ष के थे, तब उनके पिता सोमेश्वर का वि.स. 1234 में देहांत हो गया। इस प्रकार 14 वर्ष की आयु में इनका राजतिलक कर उन्हें राजगद्दी पर आसीन किया गया। पृथ्वीराज की आयु कम होने के कारण उनकी माता ने प्रधानमंत्री केमास की देखरेख में राज्य का कार्यभार संभाला और पुत्र को शिक्षित किया।  पृथ्वीराज ने 25 वर्ष की आयु तक कुलगुरू आचार्य से 64 कलाओं, 14 विद्याओं और गणित, युद्ध-शास्त्र, तुरंग विद्या, चित्रकला, संगीत, इंद्रजाल, कविता, वाणिज्य, विनय तथा विविध देशो की भाषाओं का ज्ञात प्राप्त किया। पृथ्वीराज को शब्द-भेदी धनुर्विद्या उनके गुरू ने देकर आशीर्वाद दिया था कि ‘‘इस शब्द-भेदी बाण-विद्या से तुम विश्व में एक मात्र योद्धा कहलाओगे और धनुर्विद्या में कोई तुम्हारा मुकाबला नहीं कर पाएगा और तुम चक्रवर्ती सम्राट कहलाओगे।’’  इस प्रकार ज्योतिषियों की भविष्यवाणी के तदनुसारसार पृथ्वीराज ने अपने दरबार के 150 सामंतों के सहयोग से छोटी सी उम्र में दिग्विजय का बीड़ा उठाया और चारों दिशाओं के राजाओं पर विजय प्राप्त कर चक्रवर्ती सम्राट बन गया।