Monday, October 1, 2012

पीजा, नूडल, मैगी, चाउमिन, बर्गर, ये सब हैं बर्बादी का घर.


कचरे मेँ कचरा सड़ाया हुआ आटा
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 बर्गर, पीजा, नूडल, मैगी, चाउमिन, मोमोज, मंच्यूरियन, पावरोटी, डबलरोटी, हॉटडॉग आदि
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 हम आटा क्योँ खाते हैँ ?
 कार्बोहाइड्रेट्स के लिये जो कि मिलता है ताजे आटे से
 और हमारी मूर्खता देखिये कि आटे को 10-15 दिन तक सड़ा के खाते हैँ और फिर भागते हैँ डॉक्टर के पास, सुबह शौचालय मेँ दो दो घण्टे तक पेट साफ नहीँ होता, भूख नहीँ लगती, सर्दी जुकाम रहता है, सिर मेँ माइग्रेन दर्द है, घुटने दर्द होते हैँ, त्वचा कठोर हो चुकी है, सिर के बाल कड़क हैँ, पसीने मे बहुत बदबू आती है, साँस मे से बहुत बदबू आती है, आलस्य रहता है, चुस्ती व कार्यक्षमता की कमी है आदि । आप जिस डॉक्टर को भगवान मानकर उसके पास जाते हैँ वो आपको ये छोटी सी जानकारी कभी नहीँ बताता कि ये सड़ा हुआ आटा शरीर के लिये कितना घातक होता है और पाचन तंत्र बिगाड़ देता है । डॉक्टर साहब को दरअसल आपकी चिकित्सा से अधिक अपने कमीशन की चिँता है क्योँकि लाखोँ रुपये डोनेशन देकर लोगोँ को लूटने के लिये डॉक्टरी पढ़ी है तो वसूली भी तो आपसे ही करेँगे । ये डॉक्टर नहीँ डाकू हैँ । जेब काटने वाले चाकू हैँ ।
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 आयुर्वेद अपनाओ जीवन बचाओ
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 पहला सुख निरोगी काया

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